फिल्म का मेकअप मैन उनका इंतजार कर रहा था . मेकअप मैन उस अभिनेता के पास पहुंचा और बोला - सर , आज का आपका सेशन पहले से काफी अलग होगा . अभिनेता ने मुस्करा कर पूछा , ऐसा क्यों ? मेकअप मैन बोला , आप इस फिल्म में एक बच्चे जैसे चरित्र को निभा रहे हैं , जिसके लिए यह जरूरी है कि आप अगले चार घंटे तक बिल्कुल स्थिर रहें , क्योंकि इन चार घंटों में न तो आप कुछ बोल सकते हैं , न सो सकते हैं , न हीं कुछ खा - पी सकते हैं , जो सचमुच बहुत कठिन है .
मेकअप मैन की ऐसी बात सुनकर फिल्म के निर्माता की धड़कन बढ़ गयी , क्योंकि उसे लगा कि सेट तैयार हो चुका है और इतना पैसा भी लग चुका है , अब कहीं अभिनेता भड़क जायेगा और शायद उठ कर जाने भी लगे . सभी की नजर अभिनेता के चेहरे पर टिक गयी . अभिनेता मेकअप मैन की बात सुनकर मुस्कराते हुए बोले , आप चिंता न करें .
आप अपना काम शुरू करें , मैं अगले चार घंटेटस से मस भी नहीं होऊंगा . सभी के जान में जान आयी . मेकअप मैन ने अपना काम शुरू किया . यह सिलसिला लगभग अगले दो माह तक चलता रहा . वह अभिनेता आते . चार घंटे तक मूर्ति की तरह रहते और काम खत्म हो जाने के बाद लगभग 45 मिनट तक अपना मेकअप उतरवाते .
उनके काम के प्रति समर्पण को देख कर सभी दांतों तले उंगलियां दबा लेते . उस अभिनेता का नाम है - अमिताभ बच्चन और फिल्म का नाम था ' पा ' . इस फिल्म में उन्होंने एक अविकसित बच्चे की भूमिका की थी , जिसके मेकअप ने उनके अभिनय में चार चांद लगा दिये .
दोस्तों , अक्सर हम किसी व्यक्ति की सफलता को तो देखते हैं , परंतु उसकी यात्रा को नहीं देखते . क्या हम लगातार चार घंटे मूर्ति की तरह प्रतिदिन दो माह तक बैठ सकते हैं ? यह एक बेहद कठिन काम है . लेकिन , आगे कुछ बड़ा करना है , तो तपस्या तो करनी होगी .
कोई टिप्पणी नहीं